डांस, डोप, डीजे और सेक्स = रेव पार्टी

रेव पार्टी याने हंगामा, मौज-मस्ती, लड़कियां, नशा, पैसा, ताकत। मुंबई में एक बार फिर रेव पार्टी ने सभ्य समाज के गालों पर तमाचा मारा है बल्कि सभ्यजनों के खेल क्रिकेट को भी फिर कलंकित कर दिया है। आईपीएल को इसके बाद से ही इंडियन 'पाप' लीग भी कहा जाने लगा है। होटल ओकवुड प्रीमियर के रूफटॉप रेस्तोरां अजोक के बारे में मशहूर है कि यहां बड़ी-बड़ी फिल्मी हस्तियों के हर रोज नकाब और कपड़े दोनों ही उतरते हैं। रेव पार्टियों के आंतरिक संसार की सैर पर ले चल रहे हैं मुंबई से विवेक अग्रवाल

स्पॉट फिक्सिंग, मारपीट, गालीगलौच, नोकझोंक और छेड़खानी जैसे आरापों के कारण पहले ही संकट का सामना कर रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर रविवार की रात नया विवाद छा गया। मुंबई के जुहू इलाके के होटल ओकवुड प्रीमियर की छत पर चल रही हंगामेदार दावत में अचानक पुलिस के 50 अधिकारी जा धमके और संगीत बंद करवा दिया। जब तक वहां कोई कुछ समझता, एक वरिष्ठ अधिकारी ने हवा में जुमला उछाला कि यहां पार्टी में शामिल सारे लोग फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और उनके रक्त-मूत्र परीक्षणों के बाद घर जाने देंगे। यह सुनते ही वहां मौजूद तमाम लोगों का नशा हिरन हो गया। अचानक कुछ हाथ सक्रिय हुए। फर्श पर छोटी-छोटी पुड़िया गिरने लगीं। पुलिस की नजर में वे हाथ नहीं आए लेकिन बाद में वे सब फर्श पर पड़ी पुड़िया कोकीन, एक्सेटेसी, एमडीएमए जैसे नशे निकले, चरस की भी पुड़िया मिलीं। यह छापामारी करने वाले मुंबई पुलिस के एक जांबाज पुलिस अधिकारी विश्वास नागरे पाटिल हैं जो अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि इसके बारे में एक खबरी से जानकारी मिलने पर उन्होंने अपने कुछ खबरियों को इस पार्टी में भेजा था। वे कहते हैं, हमें जब पता चला कि यहां नशा बिकने वाला है, हमने फर्जी पार्टी-गोअर भेजा, उसने देखा कि नशा बेचा और इस्तेमाल हो रहा है, तभी हमने छापामारी की। ये वही पुलिस अधिकारी हैं, जिन्होंने होटल ताज में आतंकियों से आमना-सामना किया था। 

बता दें कि यहां रेव पार्टी का आयोजन था। पुलिस ने 150 ग्राम कोकीन और 100 ग्राम से अधिक अन्य नशे जब्त किए। इस सिलसिले में 100 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें मॉडल, डिजाइनर और दो आईपीएल खिलाड़ी हैं। रेव पार्टी से कुल 58 पुरुषों और 38 महिलाओं को हिरासत में लिया। इनमें आईपीएल के दो खिलाड़ी सहित विदेशी लड़कियां थीं। अधिकारियों का कहना है कि हिरासत में लिए सभी लोगों की चिकित्सा जांच करवाई है और उनमें नशा सेवन की पुष्टि होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस दावत में शामिल कुल 6 आईपीएल खिलाड़ियों में से दो की हिरासत ली गई, उन्हें अस्पताल भेजा गया, उनके रक्त और मूत्र के नमूने लेकर देर सुबह पुलिस ने छोड़ा। दोनों खिलाड़ी पुणे वॉरीयर्स के लिए खेलते हैं। एक हैं राहुल शर्मा। एसएमएस कर राहुल ने बताया कि वे जन्मदिन पार्टी में शामिल होने गए थे। यह बात और है पुलिस अधिकारी खंडन करते हैं कि वहां कोई जन्मदिन पार्टी थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी व्यान पर्नेल भी पुलिस गिरफ्त में आए। व्यान ने नशा लेने से इंकार करते हुए कहा कि वे जब होटल से बाहर आ रहे थे, तो गेट पर उन्हें पुलिस ने रोक लिया था।

फिल्म अभिनेता अपूर्व अग्निहोत्री और उनकी पत्नी भी यहां पकड़े गए। रेव पार्टी से डीजे डिजाइनर हिप्पीइस, बॉलीवुड अभिनेत्री रिया सेन के पुरुष मित्र विशेष हांडा भी पकड़े गए। रेव पार्टी आयोजक विशेष हांडा और अमृत सागर को जुहू पुलिस ने अँधेरी कोर्ट में पेश किया, जहाँ अमृत सागर को जमानत मिल गई जबकि विशेष हांडा को 25 मई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया।

फेसबुक से नशा निमंत्रण
पहले ऑर्कुट... अब फेसबुक है इन रेव पार्टियों के लिए निमंत्रण देने का मुख्य जरिया। एसएमएस से वे इसलिए बचते हैं क्योंकि सबूत सीधे तौर पर मिलता हैं। कर्जत की एक रेव पार्टी का नाम शांति यात्रारखा था और उसका प्रचार आकुट से ही हुआ था। 2009 में पुणे की एक रेव पार्टी के लिए ऑर्कुट से सबको संपर्क किया था। इस पार्टी पर छापा मार कर पुलिस ने 284 को गिरफ्तार किया था।.

इस रेव पार्टी का फेसबुक पर निमंत्रण डीजे 'डिजाइनर हिप्पीस.. मेकिंग पीपुल हैप्पी' ने दीपेश शर्मा और जुहू निवासी आयोजक विषय हांडा ने भेजा था। बता दें कि रोमियो और दीपेश ने 1999 में डिजाइनर हिप्पीज बनाया था और दुनिया भर में वे पार्टियो में डीजे के तौर पर जाते रहे हैं। फिल्म 'दबंग' के गीत 'तेरे मस्त-मस्त दो नैन' के लिए 2010 में राष्ट्रीय राजीव गांधी अचीवर्स अवार्ड मिला था। इन्होंने फिल्म 'हीरोज' के सारे गीतों का रिमिक्स तैयार किया था। निमंत्रण के मुताबिक शाम 4 बजे से 10 बजे तक पार्टी चलनी थी। टेबल रिजर्व करने की भी व्यवस्था थी। फेसबुक निमंत्रण के मुताबिक पार्टी करीब 2500 लोगों को निमंत्रण गया था, सिर्फ 73 लोगों ने आना स्वीकार किया, 18 ने कहा कि वे शायद पहुंचेंगे। इसी कारण पुलिस ने रेव आयोजक विषय हांडा को गिरफ्तार किया। वह तमाम क्लाइंट्स को फेसबुक के पर्सनल प्रोफाइल से बुलाता था। कूट संकेतों से पार्टी में आने वालों को बताया गया था कि कौन सा नशा परोसा जाएगा। इस पार्टी के निमंत्रण लिखा था - “bringing the SUN "DOWN" - so get ready to get high.. Please do not try to FLY.. Because Flying is an illusion not a Reality.” पुलिस के मुताबिक यह संकेत है कि पार्टी में नशे का उपयोग होगा।

नशे की कीमत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऐसी रेव पार्टियों में शामिल होने के लिए 2 से 10 हजार रुपए तक खर्च होते हैं। इस खर्च में आना-जाना और शऱाब के साथ खाना मुफ्त होता है। नशा जेब के हिसाब से वसूला जाता है। मैंड्रेक्स की एक सिंगल टेबलेट जिसे सिंगल डेकर कहते हैं, 50 से 80 रुपए में - तो दो गोलियों की बनी डबल डेकर गोली की कीमत 150 से 200 रुपए तक होती है। एक्सेटेसी की एक ग्राम कीमत के लिए 4 हजार रुपए चुकाने होते हैं। तो कोकीन के लिए 8 से 12 हजार रुपए प्रति ग्राम की कीमत देनी होती है।

डांस, डोप, डीजे और सेक्स = रेव पार्टी
मुंबई में छापे के बाद पूरे देश के रेव आयोजकों और बिरादरी में रेड अलर्ट जारी हो गया है। आसपास की तमाम  पार्टियों के आयोजकों, ट्रांस म्यूजिक बजाने वाले डीजे और उनमें शामिल होने वाले लोगों ने चुप्पी साध ली है। बदलती लाइफस्टाइल ने मुंबई और पुणे शहरों को नशा तस्करी का गढ़ बना दिया है। धनकुबेरों के बेटों-बेटियों के लिए मौज-मजे के अड्डे हैं ये रेव पार्टियां। पार्टी के बारे में अफने गहरे मित्रों या 'सर्किट' के बाहर के लोगों को जरा भी भनक नहीं लगने देते हैं।

पब, फॉर्म हाउस व होटलों में रेव पार्टी के आयोजक युवाओं पर ही नजरें गड़ाए रहते हैं जो थोड़ा सा मजा लेने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार होते हैं। सेटरडे नाइट या वीकेंड पार्टी, टोमेटिना पार्टी, पायजामा पार्टी, रेव पार्टी, हुक्का पार्टी, कोक पार्टी जैसे कई-कई नामों से पहचाने जाने वाली इन पार्टियों में नशे का कारोबार धड़ल्ले से होता है। पब में युवाओं को नशा याने चरस, गांजा, स्मैक, ब्राउन शुगर, एमडीएमसी, एक्सेटेसी, कोकीन, एसिड, श्रूम्स (मशरूम), हशीश आसानी से उपलब्ध होते हैं। यह काम करने वाले ड्रग पैडलर याने फुटकर विक्रेता लगातार युवाओं के बीच संपंर्क बनाते चलते हैं ताकि उनके माल की खपत एक से दूसरे के जरिए बढ़ती ही जाए।

पार्टियों के शौकीन युवाओं में भारी उत्साह देख नशा बेचने वालो ने पबों, होटलों और डिस्कोथे को अपने अड्डे बना लिए हैं। 

इन स्थानों के बाहर या अंदर ग्राहकों की तलाश में ये नशा विक्रेता पहले उनको अपना दोस्त बनाते हैं। फिर उन्हें नशे का चस्का लगाते हैं। उन्हें ग्राहक बनाने के बाद अधिक मात्रा में जब वे मांग करते हैं और पेसे नहीं होते हैं तो उनके अपना माल बिकवाने भी लगते हैं।

मुंबई की रेव पार्टियों में अपने साथ लड़कियां लेकर ही जाते हैं लेकिन साथ न हो तो भी कोई समस्या नहीं होती है क्योंकि इसराइल, ईरान, फ्रांस, अमरीका, यूके की लड़कियां भी आसानी वहां उपलब्ध होती हैं। इसके अलावा रूसी लड़कियों की भरमार हर जगह मिलती है। मुंबई की रेव पार्टी में भी अधिकांश रूसी लड़कियां ही पकड़ी गई हैं। इन लड़कियों को वहां अपने साथ उस रात हमदम बनाने की कीमत 10 से 50 हजार रुपए तक है। उसी होटल में एक कमरा आसानी से हासिल हो जाता है। पूरी रात के धमाल, नशाखोरी, नाच-गाने और शराबनोशी के बाद थोड़ी देर के लिए राहत पाने को ये कमरे और रूसी लड़कियां अच्छा साधन बनती हैं। उनके 10 से 50 लहजार के पैकेज में गर्म गोश्त परोसना भी शामिल होता है।

यहां बताना जरूरी है कि रेव पार्टियां महज धंधा नहीं रह गई हैं। यह कुछ करीबी दोस्तों के बीच आपस में पैसे जमा करके भी हो जाती हैं। घरों में मॉडल, सेलिब्रिटी, धनकुबेरों व उद्यमियों एवं राजनेताओं के बिगडैल भी रेव पार्टियां आयोजित करते मिल जाते हैं। किसी खास नशा विक्रेता से पहले ही माल लाकर भर लेते हैं। शराब का कोटा भरते हैं। उसके बाद तेज संगीत व अंधियाली सी रंगीन रौशनी में मौज-मजे की रात शुरू। ऐसी रेव पार्टियों तक अमूमन पुलिस की पहुंच हो ही नहीं पाती है।

लड़कियों की भरमार रेव में
एयरहोस्टेस और मॉडल रेव पार्टियों की शान हैं। लड़कों के अनुपात में लड़कियों की संख्या में कमी का रोना हम भले रोएं और आमिर खान करोड़ों की लागत से दुनिया जगाने की कोशिश इसके लिए करते दिखें... सच तो यह है कि रेव पार्टियों में लड़कियों की संख्या कभी कम नहीं होती। रेव पार्टियों में लड़कियां आमतौर पर मुफ्त में जाती हैं क्योंकि उन्हें ले जाने वाले लड़के इन्हें नशे में धुत्त करने के बाद इसकी कीमत वसूल लेते हैं। यह बताने की जरूरत नहीं कि कीमत कैसे वसूली जाती है। बिना नशे के लगातार 5 से 8 घंटों तक इतने तेज संगीत पर नाचना किसी के लिए संभव नहीं। कोई लड़का या लड़की लगातार नाचे तो तय है कि एक्सेटेसी का डोज ले चुका है।

डेट रेप ड्रग्स का हमला
भाजपा नेता स्वर्गीय प्रमोद महाजन के बेटे राहुल महाजन, फिल्म अभिनेता फरदीन खान जैसी सेलिब्रिटी भी रेव पार्टियों की गिरफ्त में आ चुके हैं। एक बार मुंबई में शक्ति कपूर का बेटा भी पकड़ा जा चुका है, जिसने अदालत के बाहर मीडिया पर हमला किया था। ये रेव पार्टियां उन लड़कियों के लिए समस्या नहीं हैं, जिनके लिए लड़कों के साथ कमरों में जाना समस्या नहीं है। लेकिन उनके लिए भारी समस्या का सबब बनती है, जिनके लिए किसी गैर के साथ किसी कमरे में अकेले बैठना भी दुश्वार है।

बिना किसी रंग, स्वाद व गंध की रेप डेट ड्रग बड़ी कुख्यात है और उनकी शिकार होकर लड़कियां आसानी से बलात्कार की शिकार बनती हैं। दूध, चाय, शीतल पेय, कॉफी, शराब, बीयर में ही नहीं बल्कि पानी में भी इनकी मिलावट बड़ी खतरनाक होती है। यह दवा किसी को इनमें पिला दें तो पता ही नहीं चलता है। इसके असर में लड़कियों को यही लगता है कि वे मजे कर रही हैं लेकिन उनसे बलात्कार हो जाता है। उन्हें तब पता चलता है जब नशा हटता है लेकिन उन्हें याद नहीं होता कि उनसे बलात्कार करने वाला था तो कौन।

यह दवा इस तरह दिमाग पर घर कर जाती है कि ट्रेन में कोई पिला दे तो लुटेरे को दोस्त मान कर उसके साथ हर पल का मजा लेंगे। वह आपका सामान लेकर चलता बनेगा और आपको जागने पर कुछ याद नहीं होगा। इस नशे के जरिए कई बलात्कार करते हुए भी लड़कियों की ब्लू फिल्में बन चुकि हैं, जिनका इस्तेमाल बाद में ब्लैकमेल करने के लिए होता है।

मध्यमवर्ग में चली रेव की रेल
मध्यमवर्गीय युवाओं को रेव पार्टियों की रेल नशे की अंधेरी सुरंग से होते हुए गर्त में धकेल रही हैं। अब रेव पार्टियों में बड़े घरों की बिगड़ैल औलादें ही नहीं, मध्‍यमवर्गीय परिवारों के लड़के-लड़कियां भी शामिल होने लगे हैं। ऐसे युवा रेव पार्टियों में जाने के लिए चोरियां करने या देहव्यापार से भी पैसे कमाने से बाज नहीं आते। जिन्हें इन पार्टियों का चस्का लग जाता है, उन्हें इससे बाहर लाना बेहद मुश्किल होता है। कई बार युवा इसी चक्कर में परिवार से बगावत कर बैठते हैं। घरों से दूर रहने वाले छात्र-छात्राएं रेव पार्टियों के आसान शिकार हैं।

जानकार बताते हैं कि रेव पार्टी 1960 में हिप्पियों ने गोवा में शुरू की थी। विदेशी गोवा के समुद्र तटों पर नशे में झूमते रहते थे। शराब पीते और पार्टी करते थे। तब की और आज की रेव पार्टियों में खासा पर्क आ चुका है। गोवा में यह ˜गोवा-ट्रांस˜ नाम से जानी जाती रही है जहां पूरी रात संगीत चलता था। अब उस पर प्रतिबंध लग चुका है। वहां से समाज में फैला यह कोढ़ अब हर तबके को लग चुका है। शराब, शबाब और नशे की ये देर रात की दावतें गोवा, पुणे, मुंबई, रत्नागिरी, रायगड़ तक ही सीमित नहीं हैं। ये दिल्ली एनसीआर होते हुए लखनऊ, कानपुर, रायपुर, इंदौर, ग्वालियर, बंगलुरु, नागपुर, इंदौर, भोपाल जैसे मध्यम शहरों तक फैल चुकी हैं।

रात में लड़कियों के घर से बाहर रहने के चलन ने रेव पार्टियों में खासी बहार और रौनक ला दी है। खासतौर पर मुंबई और पुणे में तो लड़कियों की फौज ही इन रेव पार्टियों में मिल जाती है। कई बार तो यह भी देखने को मिला है कि लड़कियां अपने लिए ही खास रेव पार्टी का आयोजन करती हैं। उसमें समलिंगी संबंध बनाए जाते हैं।

छोटे शहरो में भी फ्रेंडशिप क्‍लबों की बाढ़ आ गई है। ये क्लब असल में रेव पार्टियों के लिए खासा सामान मुहैय्या करवाते हैं। इन फ्रेंडशिप क्‍लब के जरिए मिलने वाले युवक-युवतियों में रेव पार्टियों के आयोजक भी होते हैं। कुछ हद तक बेरोजगारी... तो कुछ हद तक स्‍टेटस मेंटेन करने की चाहत.. या अमीर दिखने की चाहत ने लड़कियों को इस दलदल में खींचा है।
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कटरीना है चरस... कोकीन है करीना...
शांति यात्रामें मारो दम...
राखी के ठुमके देख ले...
करीना के पास चलेगा क्या...
मिडिलैंड की सैर हो जाए...
अगर कोई जवान लड़का या लड़की इन शब्दों का इस्तेमाल करते सुनाई दें तो आपके लिए ये कुछ नए शब्द या वाक्य नहीं होंगे जो आपको चौंका दें लेकिन पुलिस इन शब्दों की जानकारी पाकर तब बुरी तरह चौंकी जब उसे पता चला था कि ये तो रेव पार्टी आयोजित करने वाले और उनमें जाने वालों के प्रचलित कोडवर्ड हैं। रेव पार्टियों को गोपनीय रखने के लिए ये कोडवर्ड इस्तेमाल होते हैं। कर्जत में सन 2011 में करीबन 310 युवाओं को पुलिस ने एक शांति यात्रा के दौरान धर दबोचा था। शांति यात्राकोडवर्ड था, जिसे रेव पार्टी आयोजकों ने युवकों–युवतियों को बुलाने के लिए इस्तेमाल किया था।

भारत में दो दशकों पहले रेव पार्टियों का दौर गोवा से शुरू हुआ था। तबसे रेव पार्टी आयोजक कोई ऐसा तरीका निकालते रहे हैं कि पुलिस भी उनकी हरकतों की भनक न पा सके। वर्तमान एटीएस प्रमुख राकेश मारिया जब दक्षिण मुंबई के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर थे, तब उन्होंने मालाड में समंदर किनारे मड आईलैंड के एक बंगले में चल रही हंगामेदार व्हाईट पार्टी का भंडाफोड़ किया था, जिसमें नग्न पुरुष नृत्य कर रहे थे और खुलेआम शराब, शबाब और नशे का दौर चल रहा था। इस पार्टी में महिलाओं की संख्या अधिक थी क्योंकि इसमें पहली बार मेल स्ट्रिप्टीज याने पुरुषों का नग्न नृत्य रखा गया था। ह्वाईट पार्टी के लिए बाकायदा दो हजार रुपए प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क वसूला गया था। तबसे ऑर्गनाइजर्स समय-समय पर ऐसे कोडवर्डस से युवाओं को अपने कारोबार तक लाने और छुपाए रखने के लिए कर रहे हैं।

कुछ पॉपुलर कोड इस तरह से हैं, कैटरीना याने चरस, करीना का मतलब है कोकीन, 420 कहा तो समझें कि रेव पार्टी की बात हो रही है, ऐश्वर्या की मांग करें तो एक्सेटेसी मिल जाएगी और राखी सावंत के लटके-झटके की बात करेंगे तो कैटामाइन नामक नशा मिल जाता था।

मुंबई में होने वाली रेव पार्टियों के लिए पहले कोडवर्ड ऐसे रखे जाते थे कि पुलिस तो क्या सामान्य लोगों को भी पता नहीं चल पाता था। मड आइलैंड के लिए मिडीलैंड’, गोराई तट के लिए गार्डन’, ठाणे के घोड़बंदर रोड पर आयोजित रेव पार्टियों के लिए कालाघोड़ा, गोवा की रेव पार्टी के लिए सी फेस कहते थे।
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रेव पार्टियों में सांप का जहर
15 मार्च 2012
रेव पार्टियों के लिए सांप का जहर बतौर नशा इस्तेमाल होता है। सांप का जहर बेचने के मामले में मोईन और महमूद को पुलिस ने पकड़ा था।. जहर रोडवेज की बस में मेरठ जा रहा था। उनसे पुलिस ने दो मुंहा सांप, अजगर और 400 मिलीलीटर जहर जब्त किया था। यह जहर इंजेक्शन से देते थे। जहर चंडीगढ़ से आया था। पिछले महीने विवेक विहार में भी सांप का जहर बरामद किया गया था।

कर्जत में रेव पार्टी पर छापा, 300 धरे
27 जून 2011
पुलिस ने देर रात रायगढ़ जिले के कर्जत में माउंट व्यू रिसॉर्ट की रेव पार्टी पर छापा मारा और रसूखदार घरों और फिल्मी परिवारों की 60 युवतियों समेत 300 को हिरासत में लिया। 10 नशा विक्रेता भी दबोचे गए। 3 करोड़ का नशा भी बरामद हुआ। इस पार्टी में मुंबई के ऐंटि-नार्कोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर अनिल जाधव भी था। से हैं। खालापुर थाने के इंस्पेक्टर एस. पाटिल ने बताया था कि वहां से भारी मात्रा में नशा बरामद हुआ था। इस रेव पार्टी में बॉलीवुड स्टार विनोद खन्ना के बेटे साक्षी खन्ना को भी गिरफ्तार किया था। बता दें कि विनोद खन्ना की दूसरी पत्नी कविता खन्ना के पुत्र साक्षी खन्ना हैं, तब उनकी उम्र 20 साल थी। वे लंदन से पढ़ाई कर चुके हैं। रामायण धारावाहिक में भरत के बचपन की भूमिका की थी। कर्जत की रेव पार्टी पर छापामारी के विरोध में शिवसेना के पदाधिकारियों ने खासी हाय-तौबा मचाई थी क्योंकि जिस होटल में रेव पार्टी थी, उसका मालिक शिवसेना की युवासेना का कार्यकर्ता था। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह पता चला तो शिवसेना भवन पर प्रदर्शन करने जा पहुंचे और वहां तनाव की हालत बन गई थी। पुलिस ने होटल माउंट व्यू की रेव पार्टी के संबंध में होटल के सीओओ अपराजित मित्तल को मुंबई के अंधेरी से गिरफ्तार किया था. पार्टी में इंस्पेक्टर अनिल जाधव को युवाओं को नशा आपूर्ति के लिए गिरफ्तार किय था, बाद में उन्हें निलंबित कर दिया था।

लोखंडवाला की रेव पार्टी में गुजरात के कारोबारी
27 जून 2009
मुंबई लोखंडवाला में पुलिस ने रेव पार्टी पर छापा मारा और 22 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें गुजरात के दो व्यापारी, सात कॉलगर्ल, एक हाई प्रोफाइल मॉडल थी। पुलिस ने बड़ी मात्रा में विदेशी शराब, कंडोम के पैकेट और 40 हजार रुपए नकद भी मिले थे।

रेव पार्टी से 109 रईसजादे गिरफ्तार
19 नबंवर 2008
रेव पार्टी में पकड़े गए 250 लड़के-लड़कियों में से 119 की मेडिकल रिपोर्ट में से 109 के नशा करने की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली, जिसका सीधा सा मतलब है कि वहां खुलेआम नशाखोरी चल रही थी। 72 डिग्री ईस्ट पब की रेव पार्टी पर पुलिस ने छापा मार कर 231 युवाओं को गिरफ्तार किया था। उनमें शक्ति कपूर का बेटा सिद्धांत भी था।
आठ नशा विक्रेता भी नहां थे।

सिंबायोसिस कॉलेज के छात्रों की रेव पार्टी
4 अगस्त 2006
पुणे के मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट सिम्बॉयसिस के 254 लड़कों और 235 लड़कियों की एक रेव पार्टी पर छापा मारा गया और उन्हें हिरासत में लिया। ये पार्टी पुणे-सोलापुर हाईवे पर एक फॉर्म हाउस में जारी थी। इसलके बारे में मुंबई के एक मुखबिर के बताने पर पुलिस ने छापा मारा था। सिम्बायसिस कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई और जांच की बात कही। फिर धीरे से बात खत्म हो गई।
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रेव में अपूर्व और शिल्पा अग्निहोत्री
रेव पार्टी में कुछ चीयरलीडर्स के साथ बॉलीवुड के मशहूर एक्टर भी थे। ये हैं, फिल्म परदेसमें शाहरुख के साथ काम कर चुके अपूर्व अग्निहोत्री और उनकी पत्नी शिल्पा भी। अपूर्व कहते हैं कि वे अपनी पत्नी के साथ पार्टी में गए थे, वो रेव पार्टी नहीं थी, बल्कि सामान्य पार्टी थी। अपूर्व का आरोप है कि सेलीब्रेटी होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। वे कहते हैं कि वे तो पार्टी में शामिल भी नहीं हुए थे, जबरन उन्हें बदनाम किया जा रहा है। अभिनेत्री शिल्पा कहती हैं कि पुलिस वाले जिस तरह बिना लेबल लगाए रक्त व मूत्र के नमूने रखे जा रहे थे, उनसे यह साफ है कि किसी के नाम पर कोई भी नमूना रखा जा सकता है और उसनके कारण किसी को भी पुलिस पकड़ सकती है। इसके चलते हमें बदनामी का डर सता रहा है। शिल्पा के मुताबिक पुलिस ने उनका रक्त का नमूना लिया तो आधे घंटे बाद तक इस पर नाम का लेबल नहीं लगाया। जब इस बारे में अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बुरा व्यवहार किया। वे कहती हैं, मैं डरी हुई हूं क्योंकि ब्लड सैंपल्स पर ठीक से लेबलिंग नहीं की गई है। मैं सेलिब्रिटी हूं इसलिए परेशान हूं। मुझे बेवजह बदनामी झेलनी पड़ सकती है। मैं नहीं जानती थीं कि इस पार्टी में प्रतिबंधित ड्रग्स परोसा जा रहा है। कैसे पता लगे कि कहां क्या होने वाला है? क्या इस वजह से हम पार्टी करना और किसी से मिलना-जुलना छोड़ दें?'
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राहुल का लकवा
राहुल शर्मा का नाम आज भले आईपीएल को कलंकित करने के लिए लिया जाए लेकिन उनका करियर एक खिलाड़ी की फिल्मी कहानी सरीखा है। रेव पार्टी में पकड़े जाने के बाद उन्हें लगा कि वे सब कुछ खोने वाले हैं, जो कड़े सघर्ष से उन्होंने हासिल किया है। 6.4 फुट ऊंचे इस स्पिनर की कहानी बड़ी मार्मिक और साहस के जज्बे से भरी है। हर क्रिकेटर की तरह उनका भी सपना टीम इंडिया में खेलने का था लेकिन आईपीएल 3 के पहले एक सुबह वे जब सोकर उठे तो पाया कि उन्हें लकवा हो चुका है। उनके चेहरे की मांसपेशियों ने काम करना बंद कर दिया था।  शरीर के अन्य हिस्सों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता था। यह तय था कि राहुल का करियर बनने के पहले ही खत्म होने वाला है। वे आंख नहीं खोल पा रहे थे, मुंह लटक चुका था, होंठ नहीं हिला पा रहे थे, साफ दिखना भी बंद हो गया। वे आज भी इसके कारण एक आंख नहीं खोल पाते हैं। उन्होंने हिम्मत से काम लिया और रणजी में खेलने की संभावनाओं को धूमिल न होने दिया। घंटों चेहरे की कसरत और इलाज ने इस स्थिति में पहुंचाया कि वे फिर मैदान में उतर पाए। उन्हें पंजाब से रणजी में खेलने का मौका मिला तो पूरी टीम ने उनका भरपूर साथ दिया। एक इंटरव्यू में राहुल ने कहा था कहा था कि युवराज ने उनका बहुत हौसला बढ़ाया, कोच ने उन्हें बॉलिंग ऐक्शन में खासी मदद की। अच्छे प्रदर्शन के कारण ही राहुल ने आईपीएल की पुणे वॉरियर्स टीम में जगह बनाई। मुंबई इंडियन के खिलाफ हारे मैच में भी सचिन से वाहवाही और मैन ऑफ द मैच दबोचने में सफलता हासिल की। उन्होंने 20-20 फॉर्मेट में 4 ओवर में मात्र 7 रन देकर 2 विकेट लिए हैं।

राहुल के मुताबिक उनकी टीम पुणे मैच खत्म होने पर उसे सोमवार सुबह घर लौटना था। पुणे से फ्लाइट न थी, सो मुंबई से अमृतसर जाना था। इस दौरान दक्षिण अफ्रिका के वेन पॉर्नेल का फोन आया, जो उसका करीबी दोस्त है। पॉर्नेल ने बताया कि उसकी महिला मित्र की बर्थ-डे पार्टी है, वहां चलेंगे। दोनों शाम 7 बजे होटल ओकवुड पहुंचें, जहां पॉर्नेल ने कुछ खाने के साथ शीत पेय मंगाया था।

राहुल का दावा है कि वे निर्दोष हैं, यदि जांच में वे दोषी निकले तो क्रिकेट खेलना छोड़ देंगे। वे सिर्फ वहां बर्थडे पार्टी में गए थे। उन्होंने बीयर तक नहीं पी, ड्रग्स लेना तो दूर है। राहुल ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि वे निर्दोष हैं। राहुल ने कहा कि मैं पुणे से मुंबई आया और मेरे बॉस ने बताया कि एक बर्थडे पार्टी का बुलावा है तो मैं आ गया। स्वीमिंग पूल के किनारे मैंने एक फ्रेश लाइम सोडा लिया, तभी पुलिस आ गई। उन्होंने रूटीन चेकिंग के नाम पर मुझे किनारे कर लिया। उन्होंने यूरीन और ब्लड सैम्पल मांगे तो हामी भर दी क्योंकि मैंने कुछ गलत किया ही नहीं था।
वे कहते हैं कि परिवार और टीम का मुझे पूरा सहयोग है। सबको पता है कि मैंने कुछ नहीं किया। मैं फेसबुक पर हूं ही नहीं तो फेसबुक से मुझे इनविटेशन का सवाल ही नहीं उठता। मुझे यह भी नहीं पता कि किसकी बर्थडे पार्टी थी। न मुझे यह पता है कि रेव पार्टी होती क्या है, मैं वहां 15 मिनट पहले पहुंचा था।

राहुल के मुताबिक वे बातचीत कर ही रहे थे कि पुलिस आ गई। उन्होंने सारे दरवाजे बंद कर दिए। पुलिस ने किसी को हिलने न दिया। हमें गड़ब़ड़ी लगी, जिससे उसने पुलिस को अपना परिचय दिया। वे बोले कि आप हमें सहयोग करें। इसके बाद सभी जेजे अस्पताल गए, जहां पहले अल्कोमीटर से उनकी व पर्नेल की जांच हुई, फिर रक्त और मूत्र के नमूने लिए।

राहुल के मुताबिक वे शाकाहारी है। शराब को हाथ तक नहीं लगाते। उन्हें नहीं पता कि रेव पार्टी क्या है। वे बर्थ-डे पार्टी में आए थे। वे निर्दोष हैं। आईपीएल विवादों पर राहुल ने कहा कि आईपीएल बंद नहीं होना चाहिए। इस खेल में करोड़ों रुपए लगते हैं, जिससे सबका ध्यान उसकी तरफ खिंचता है। आईपीएल में कुछ गलत नहीं हो रहा है। 
राहुल के पिता प्रदीप कुमार पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर हैं, फिलहाल जालंधर पीसीआर में तैनात हैं। उनका कहना है कि रात टीवी पर राहुल की खबर देखी तो हैरान रह गए। राहुल ने अंडा नहीं खाया, नशा दूर की बात है। वह खिलाड़ी है... और खिलाड़ी का नशे से वास्ता नहीं होता।
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