क्रिकेट सट्टे का खेल : खिलाड़ियों को करती हैं आऊट हिराईनें – मॉडल्स



सट्टे और क्रिकेट के काले खेल में महिलाओं की भागीदारी अब बड़े पैमाने पर सामने आ रही है। बुकियों के भूमिगत संसार से यह बात साफ तौर पर सामने आती है कि लड़कियों के बिना इतना बड़ा खेल रचाया ही नहीं जा सकता। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि कोई भी पुरुष जब क्रिकेट खिलाड़ियों के करीब भी फटकता है तो सबकी निगाहें उस ओर चली जाती हैं और लोग संदेह की नजरों से देखने लगते हैं। इसके ठीक उलट जब क्रिकेट खिलाड़ियों की दीवानी लड़कियां, माड़लों और हिरोईनों के साथ मिल बैठने, उन्हें अपने होटल के कमरों में ले जाने पर भी कोई अधिक नोटिस नहीं करता है। इसी कारण बुकि भी लड़कियों को मैच फिक्सिंग के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

ये लड़कियां खिलाड़ियों से उनके ड्रेसिंग रूम में भले ही न मिल पाती हों, इस खेल में दो नाम सामने उभर कर आए थे। पहला नाम नुपूर मेहता का था, जो सन 2006 में सनी देओल के साथ जो बोले सो निहालफिल्म में अभिनय कर चुकि हैं। उसके नाम पर सन 2005 में बनी एक और फिल्म में काम करने के साथ ही बस दो फिल्में हैं। दूसरा नाम एक ऐसी अभिनेत्री (मंदिरा बेदी) का सामने आया है जो कभी फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं करती रही हैं, कुछ टीवी धारावाहिकों में जरूर उन्हें अच्छा काम मिला है लेकिन वे टीवी पर क्रिकेट कमेंटेटरों और विश्लेषकों के साथ बेसिरपैर की बातें करने के लिए मशहूर हुई हैं। दोनों इस खबर के आने पर न केवल बुरी तरह आहत हुई थीं, बल्कि पुरजोर खंडन भी इन खबरों का उन्होंने किया था।

बॉलिवुड अभिनेत्री दो बड़े सटोरियों की दोस्त
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बॉलिवुड की एक और अभिनेत्री दो बड़े सटोरियों की दोस्त है। इनमें से एक बुकी तो उत्तर भारतीय राज्य की सरकार में मंत्री भी है। यह अभिनेत्री मॉडलिंग व नायिका बनने के पहले गोवा के कसीनो में करीब चार साल तक काम कर चुकि है। वह दिल्ली के कुछ होटेलों में भी काम कर चुकि है। कसीनो का मालिक यही मंत्री है। यह मंत्री हरियाणा के एक बड़े नेता से दोस्ती रखता है जो क्रिकेट सट्टे से रिश्तों के लिए बदनाम है। बाद में दोनों नेताओं में पैसों को लेकर मनमुटाव हुआ और वे अलग अलग हो गए थे। हरियाणा का यह नेता तो बुकि सुनील दुबई का आका है जो दुबई से अपने सट्टा कारोबार को चलाता है। यह हिरोईन तब हरियाणा और उत्तरप्रदेश के दोनों नेताओं की न केवल दोस्त थी बल्कि उनके बीच पुल का काम भी करती थी। दोनों के साथ क्रिकेट सट्टे या फिक्सिंग से जुड़े होने के कोई पुख्ता सबूत लेकिन किसी के पास नहीं हैं लेकिन यह हिरोईन दोनों नेताओं के साथ क्रिकेट खिलाडि़यों के साथ दावतों में या किसी न किसी समारोब में अक्सर देखी जाती रही है।


सन 2010 में मधुर भंडारकर की फिल्म में काम कर चुकि एक और हिराईन का नाम मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़ा था। इसे भी क्रिकेट सट्टे की एक विषशकन्या के रूप में ही पहचाना जाता है।

दो साल पहले पाकिस्तान की एक हिरोईन का नाम भी दो साल पहले मैच फिक्सिंग विवादों में आया था। वह अब मुंबई में भी काम पाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। यह तो पिक क्रिकेटरों के साथ दोस्ती बनाने और तोड़ने के अलावा एक विदेशी अखबार के स्टिंग आपरेशन के कारण पहले ही खासी सुर्खियों में आ चुकि है।

सन 2006 में एक बारबाला तरन्नुम को क्रिकेट सट्टेबाजी के चलते पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब तो एक दो नहीं बल्कि दर्जन भर फिल्म अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के नाम सट्टे और फिक्सिंग के सिलसिले में सामने आए थे। एक फिल्मी हीरो ने तो श्रीलंका के एक गेंदबाज को भी तरन्नुम जिस बार में नाचती थी, उस दीपा बार में भी बुलाया था। उस दिन इस गेंदबाज के साथ में दो – तीन भारतीय खिलाड़ी भी थे। उन्होंने उस दिन वहां खूब पैसे भी उड़ाए थे। कहा जाता है कि तरन्नुम का इस्तेमाल भी फिक्सरों द्वारा विषकन्या के रूप में किया जाता रहा है।

खिलाड़ियों तक कैसे पहुंचती हैं लड़कियां
क्रिकेट खिलाड़ियों तक लड़कियों की पहुंचत बनाने के लिए मैच फिक्स कई तरीके अपनाते हैं –
1.    ये खिलाड़ियों के लिए किसी बड़े नाम वाले व्यक्ति द्वारा एक नाईट पार्टी का आयोजन करवाते हैं। उस पार्टी में बीसियों लोग होते हैं तो उस भीड़ में ढेरों हसीनाएं भी मौजूद होती हैं। उनमें से एक फिक्सरों की विषकन्या होती है। वह पार्टी के दौरान किसी ऐसे खिलाड़ी से नजदीकियां बनाती है जो लड़कियों के मामले में कमजोर होता है। उसके साथ रिश्ते बनाने के बाद यह लड़की बाकी खिलाड़ियों तक पहुंचती है।
2.    फिक्सर यह पता करते हैं कि खिलाड़ी किस उड़ान से किस सीट नंबर पर यात्रा कर रहे हैं। उनके साथ ही यात्रा करने के लिए वे अपनी विषकन्या का टिकट भी करवाते हैं। उड़ान के दौरान खिलाड़ी से होने वाली बातचीत के बारे में किसी को कानों-कान खबर नहीं हो पाती है और फिक्सर का काम आसान हो जाता है।
3.    जिस होटल में खिलाड़ी रुकते हैं, उसमें भी फिक्सरों की विषकन्या का होना बड़ी बात नहीं है। वे इन होटलों में क्रिकेटरों की दीवानी बन कर मिलती हैं और कमरों के अंदर जा पहुंचती हैं। फिर तो उसके बाद फिक्सिंग के लिए खिलाड़ी को पटाना बस चुटकियों की बात होती है।
4.    पंचतारा होटलों में बने या अलग से बने हुए डिस्को थेक में भी ये विषकन्याएं अपने शिकार फंसाती हैं। ऐसी जगहों पर शराब के नशे में मदहोश बाला के रूप में वे इन खिलाड़ियों तक आसानी से नजदीकियां बना पाती है। उसके बाद का काम तो उनके लिए चुटकियां बजाने जैसा होता है।
5.    आईपीएल की पार्टियों में आने वाली मॉडलों और छोटी-मोटी फिल्म अभिनेत्रियों को, जो कि बदन दिखाऊ फोटो खिंचवाने या विडियो बनवाने में माहिर होती हैं, का इस्तेमाल ये फिक्सर विशकन्या के रूप में करते हैं।


खिलाड़ियों को 'पटाने' के लिए आइटम गर्ल को आई थी धमकी
यह खबर सन 2012 के मई माह के दूसरे सप्ताह में बम की तरह मुंबई के ओशिवारा इलाके में फटी थी। तब फिर मैच फिक्सिंग विवाद ने सिर उठाया और केंद्र में टीम इंडिया ही थी। मुंबई की आइटम गर्ल लीजा मलिक ने ओशिवारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी कि एक अनजान बुकी ने उसे फोन पर मैच फिक्सिंग के लिए भारतीय क्रिकेटरों को पटाने को कहा था। लीजा मलिक को हरभजन सिंह उर्फ भज्जी का करीबी माना जाता है। वे एक स्टेज परफॉर्मर हैं। उनके कई शो में आईपीएल क्रिकेटर मौजूद रहे आए हैं। आईपीएल की लेट नाईट पार्टीज़ में भी लीजा आम देखी जाती रही हैं। रिएलिटी शो डांसिग क्वीन में हरभजन सिंह को शादी के लिए प्रपोज करके लीजा अचानक सुर्खियों में आ गई थीं।

पुलिस में दर्ज लीजा की शिकायत के मुताबिक ब्रिटेन के बुकी रज्जाक उर्फ राज ने फोन पर कहा था कि वो भारतीय क्रिकेटरों से करीबी का फायदा उठाए और मैच फिक्सिंग में मदद दे। आईपीएल मैच फिक्सिंग के लिए बुकी ने लीजा को 50 लाख रुपए का ऑफर दिया था। लीजा के मुताबिक वे थाइलैंड में थीं, तब फोन आया था। रज्जाक ने कहा कि उसे पता है कि कई क्रिकेटरों की वो बेहद करीबी हैं। क्रिकेटर उसके कहने के हिसाब से खेलते हैं तो लीजा को 50 लाख रुपए देगा।

लीजा का कहना है कि मैंने उससे कहा कि मैं केवल परफॉर्मर हूं और क्रिकेटरों से मेरी जान-पहचान नहीं है। वह भज्जी संबंधित विवाह प्रस्ताव वाली घटना पर ही जोर देता रहा। जब उससे लीजा ने कड़ी आवाज में बात की तो धमकाने लगा। उसने कहा कि अगर उसके मुताबिक काम न किया तो अंजाम बुरा होगा।

लीजा के मुताबिक रज्जाक को मेरे बारे में बहुत कुछ पता था, जैसे मेरे परिवार के बारे में... मैं कहां रहती हूं... उसे यह भी पता था कि उस वक्त मैं थाइलैंड में थी। ओशिवारा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया था कि इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 307 (फोन से धमकी) के तहत गैर संज्ञेय अपराध दर्ज किया था। उन्होंने लीजा से कहा था कि अगर वह व्यक्ति फिर फोन करेगा तो एफआईआर लेंगे।
विवेक अग्रवाल
24.05.2013

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