सूचनाओं की खदान हैं यासीन भटकल और असदुल्लाह

विवेक अग्रवाल
मुंबई, 30 अगस्त 2013
इंडियन मुजाहिदीन के सबसे कुख्यात और वांछित आतंकी यासीन भटकल की गिरफ्तारी के साथ ही कुछ बेहद महत्वपूर्ण जानकारियां अब खुफिया एजंसियों के हाथ लगेंगी। यही कारण है कि देश के 12 राज्यों की पुलिस के अलावा हर राज्य के एटीएस, एसटीएफ और एनआईए भी उससे गहन पूछताछ करने में रुचि रखते हैं।

रियाज और इकबाल भटकल की जानकारी
इनमें सबसे खास बात तो यही है कि रियाज और इकबाल भटकल के बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी। रियाज और इकबाल इन दिनों पाकिस्तान में छुपे हुए हैं। वे रावलपिंडी, कराची, इस्लामाबाद के बीच आते-जाते रहते हैं।

डी-कंपनी और लश्कर से संबंधों की जानकारी
इंडियन मुजाहिदीन के संबंध दाऊद गिरोह औऱ लश्करे तैय्यबा जैसे आतंकी गिरोहों के आकाओं से भी हैं। उनके बारे में भी काफी जानकारियां यासीन उगलेगा। इन गिरोहों से आईएम को किस तरह का सहयोग मिलता है, उनकी ओर गोला-बारूद और धन कैसे आईएम आतंकियों तक पहुंचता है, उसकी भी जानकारी मिलेगी।

फर्जी भारतीय करंसी की जानकारी
फर्जी भारतीय करंसी की तस्करी नेपाल और पाकिस्तान के जरिए कैसे भारत के लिए की जाती है, कौन-कौन इस खेल में जुड़े में हैं, इन सबकी जानकारी भी यासीन से मिलना तय है। यासीन एक बार सन 2008 में कोलकाता में नकली करंसी के साथ ही पकड़ा गया था लेकिन वहां अपनी पहचान शाहरुख खान के रूप में देकर वह पुलिस अधिकारियों को बेवकूफ बना कर ऐसा गायब हुआ कि सीधा पाकिस्तान के शहर कराची में ही प्रकट हुआ था। नकली करंसी से आईएम को खासी कमाई होती है, जिसका इस्तेमाल आतंकी गिरोह वारदातों में करते हैं। ये जानकारी भी यासीन से मिलने पर नकली भारतीय करंसी के कारोबार और तस्करी पर भी लगाम लगेगी।

नेपाल में ठिकाने की जानकारी
नेपाल में आईएम और अन्य आतंकी गिरोहों के अलावा डी-कंपनी के गुर्गों की भी काफी जानकारी यासीन से मिलेगी। ये लोग किन इलाकों में रहते हैं, किस तरह नेपाल में पाकिस्तान और भारत से आते-जाते हैं। किस तरह से नेपाल के किन लोगों के सहयोग से काम करते हैं। नेपाल में किन होटलों या गेस्ट हाऊस में उनके ठिकाने हैं। यह सारी जानकारी भी यासीन उगलेगा।

आर्थिक व्यवहार की जानकारी
आईएम के आर्थिक व्यवहार की भी काफी सारी जानकारी यासीन के जरिए ही भारतीय खुफिया व जांच एजंसियों को मिलेगी। पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, खाड़ी देशों और भारत के बीच आतंकी गिरोहों द्वारा बड़े पैमाने पर हवाला और अन्य तरीकों से धन का लेन-देन होता है। यासीन ये बता सकता है कि वे कौन-कौन से तरीके हैं, जिनके जरिए आर्थिक व्यवहार ये आतंकी करते हैं। वे कौन से लोग हैं जिनके जरिए भारत में आतंकियों को पैसे पहुंचते हैं।  

बमकांडों की जानकारियां
देश के तमाम बमकांडों के बारे में काफी जानकारियां यासीन भटकल उगलेगा। लगभग 40 बमकांडों में तो यासीन का सीधे संबंध है। इसमें पुणे के जर्मन बेकरी बमकांड को लेकर आज तक खुफिया एजंसियां अंधेरे कमरे में काली बिल्ली पकड़ने की कोशिश करती दिख रही हैं।

आईएम के तौर-तरीकों की जानकारी
यासीन से आईएम के काम करने के तौरतरीकों की भी जानकारियां हासिल होंगीं। इसके अलावा भारत में इस आतंकी गिरोह के और कौन-कौन से आतंकवादी सक्रिय हैं, उनके बारे में भी तमाम जानकारियां सामने आ सकती हैं।

भारतीय संपर्कों की जानकारी
यासीन के मोबाईल फोन में हालांकी काफी सारे नेपाली और भारतीय आतंकियों और मददगारों के बारे में जानकारियाम दर्ज मिली हैं, फिर भी उससे पूछताछ में और काफी सारे राज हासिल हो सकते हैं। भारत में आईएम के कई मोड्यूल काम कर रहे हैं। कई स्लीपर सेल भी कार्यरत हैं। उनके साथ हर वक्त यासीन ही जुड़ा रहता था। उनके बारे में भी जानकारी मिलना तय है। इतना ही नहीं, भारतीय संपर्कों और आईएम के खैरख्वाहों की जानकारियां भी यासीन उगलता है तो इस आतंकी गिरोह का पूरे जाल नेस्तोनाबूद किया जा सकेगा।

विस्फोटक आपूर्ती की जानकारी
इस आतंकी गिरोह को सिर्फ पाकिस्तान और नेपाल से ही विस्फोटक नहीं मिलते हैं बल्कि भारत के अलग-अलग हिस्सों से भी अमोनियम नाईट्रेट और आरडीएक्स जैसे खतरनाक विस्पोटक की आपूर्ती होती रही है। खुफिया एजंसियों के लिए यह जानकारी काफी अहम हो सकती है कि पिछले बमकांडों के लिए ये विस्फोटक कहां से आए थे, कौन ये विस्फोटक लाए थे, किसने उन्हें बम बनाने वालों तक पहुंचाया था, कौन उसके बाद ये तैयार बम उन लोगों तक ले गए थे, जिन्होंने बम वारदात स्थल पर रखे थे।

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