पांच राज्यों के चुनावों पर 25 हजार करोड़ का सट्टा



चार राज्यों में भाजपा मुख्यमंत्री बना रहा है सट्टाबाजार
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 26 नवंबर 2013
पांच राज्यों में चुनावों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच खासा घमासान मचा है, आप पार्टी भी इसमें हिस्सा हासिल करने की जीतोड़ कोशिशें कर रही है, वहीं सटोरियों और बुकियों के बीच मौके का दोहन करने की होड़ मची हुई है। पांच राज्यों के चुनावों में सिर्फ चार पर ही सटोरियों ने भाव खोले हैं, मिजोरम पर नहीं। सट्टाबाजार में चार राज्यों में भाजपा की जीत तय मानी जा रही है, यही नहीं चार मुख्यमंत्री कौन होंगे, यह भी तय हो गया है।

सट्टाबाजार में जो भाव खोले गए हैं, उसके मुताबिक 70 सीटौं वाली दिल्ली में भले ही सन 2008 में कांग्रेस ने 43 सीटें लेकर बढ़त बनाई और सरकार भी, भाजपा के पास 23 सीटें और अन्य की 4 थीं, इस बार बाजी पलटने के पूरे-पूरे आसार हैं। सट्टाबाजार का कहना है कि भाजपा कम से कम 28 सीटें तो जीतेगी ही, जिसके लिए महज 24 पैसे का भाव चल रहा है। याने कि एक रुपया लगाने पर जीत होने पर 1.28 रुपए वापस मिलेंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस को 22 सीट मिलीं तो 28 पैसे का भाव चल रहा है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 4 सीटें मिलने की उम्मीद तो सट्टाबाजार भी कर रहा है। उसके लिए 28 पैसे का भाव है। (पूरे भाव के लिए तालिका देखें।)

इसी तरह राजस्थान के मामले में सट्टाबाजार का कहना है कि भाजपा 110 सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी बनेगी और इसके कारण वहां पर 14 पैसे का भाव ही चल रहा है। कांग्रेस को कम से कम 60 सीटों पर 26 पैसे का भाव खुला है। किसी अन्य पार्टी के लिए कोई भाव नहीं खुला है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनावों में राजस्थान की 200 सीटों में से कांग्रेस ने 96 पर, भाजपा ने 78 पर और अन्य ने 26 सीटों पर विजय हासिल की थी।

छत्तीसगढ़ में भी भाजपा को कम से कम 38 सीटें सट्टाबाजार दिला रहा है, जिसके लिए 14 पैसे का भाव चल रहा है। कांग्रेस के लिए 30 सीटों पर 22 पैसे का भाव चल रहा है। सन 2008 में इस नए बने राज्य की 90 सीटों में से 50 पर भाजपा काबिज थी, 38 इंका के खाते में गई थी तो 2 अऩ्य के।

मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसबा सीटों पर सन 2008 के चुनावों में भाजपा ने 143 विधायक चुनवा कर अपनी सरकार बनाई थी, तो कांग्रेस के 71 और अन्य के 16 विधायक बने थे। इस साल सट्टाबाजार का साफ कहना है कि भाचपा 130 सीटें लेकर सबसे बड़ा दल बनेगा, वही मुख्यमंत्री बनेगा, और इसके लिए 20 पैसे का भाव चल रहा है। कांग्रेस को 60 सीटों पर 22 पैसे का भाव सटोरियों ने दिया है।

एक सटोरिया, जिसका पहला नामाक्षर एम है, ने बताया कि इन चुनावों का पूरा दारोमदार गुजरात के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी के कांदों पर ही है। भाजपा का पूरा जोर इस बात पर है कि पांच में से चार राज्यों में कम से कम उनकी सरकार बने तो सन 2014 में होने जा रहे चुनावों में न केवल नरेंद्र मोदी बल्कि राजनीतिक दल के रुप में भाजपा की भी छवि उजली हो जाएगी।

सटोरियों का कहना है कि भाजपा 2014 के लोकसभा चुनावों में गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, बिहार, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड पर अपना पूरा जोर लगाएगी। भाजपा को जिताने के लिए इन राज्यों से लोकसभा के लिए कम से कम 200 सांसद जिताने की योजना मोदी ने तैयार की बताते हैं। यदि इस घमासान में 200 के ऊपर सांसद भाजपा के चुने जाते हैं तो जगन मोहन के सहयोग से आराम से भाजपा केंद्र में सरकार बना लेगी क्योंकि मोदी की इच्छा नहीं है कि ममता बेनर्जी का सहयोग लिया जाए।

इस बुकि का माना है कि जिस तरह से मोदी की सभाओं में भीड़ जा रही है, उससे तो यही लग रहा है कि इस बार मोदी की ही हवा बहेगी और भाजपा को अच्छा फायदा होगा। भीड़ को देख कर यही अनुमान सटोरिए लगा रहे हैं कि मोदी फैक्टर के कारण इस बार न केवल विधानसभा .चुनावों बल्कि लोकसभा चुनावों में भी भाजपा को खासा फायदा होगा।

सटोरियों का कहना है कि इस बार किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री बनने के मामले में भाव इसलिए नहीं खुले हैं क्योंकि भाजपा के दिल्ली में डॉ. हर्षवर्धन, राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया, छत्तीसगढ़ में रमन सिंह और मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बनेंगे। जब इन पदों के लिए कोई होड़ ही नहीं तो भाव खुलेगा ही नहीं।

मिजोरम के मामले में सटोरियों का कहना है कि वहां पर भाव खोलना ही बेवकूफी है। वहां तो कांग्रेस की सरकार ही बनेगी, हारने के लिए भाव क्यों खोले जाएं। वहां तो पिछले पांच बार से कांग्रेस की ही सरकार बन रही है क्योंकि मुख्यमंत्री पी. ललथनहावला ने वहां विकास की दृष्टि से काफी काम किया है। ये संभावना भी सट्टाबाजार ने व्यक्त कर दी है कि छठी बार भी विधानसभा चुनाव वे ही जीतेंगे। मुख्यमंत्री पद पर चार कार्यकाल पूरे कर चुके ललथनहावला सेरछिप व रांगटुरजो विधानसभा सीटों से मैदान में हैं। विकास परियोजनाओं को वरीयता देने से कुछ सालों में यहां आर्थिक - सामाजिक हालात काफी बदले हैं।

बता दें कि पिछले दिनों में चुनाव जारी रहते हुए कुल 12 हजार करोड़ रुपए तक का सट्टा अब तक खेला जा चुका है, आगामी दिनों में यह 25 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। जिन राज्यों में किसी भी दल का बहुमत मिल गया तो उसी दिन वलण (पैसों का लेन-देन) हो जाएगा। नहीं तो सरकार बनने पर जिस दिन शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा, उस दिन वलण होगा। इस सट्टे के लिए मुंबई ही मुख्य केंद्र बना हुआ है लेकिन सारे बड़े बुकियों ने देश या मुंबई के बाहर अन्य शहरों से कारोबार जारी रखा है।
.......................................................................................................................................................

रेट कार्ड


दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013
भाजपा
कॉंग्रेस
आप
सीट भाव
28 24 पैसे
32 57 पैसे
36 1.10 रुपए
40 3.00 रुपए
45 5.00 रुपए
सीट भाव
22 28 पैसे
25 62 पैसे
31 70 पैसे
36 3.25 रुपए
----
सीट भाव
4 – 28 पैसे
5 57 रुपए
6 1.40 रुपए
7 2.25 रुपए
8 4.00 रुपए



राजस्थान विधानसभा चुनाव 2013
भाजपा
कॉंग्रेस

सीट भाव
101 14 पैसे
105 21 पैसे
110 75 पैसे
115 1.05 रुपए
120 1.70 रुपए
सीट भाव
60 26 पैसे
65 62 पैसे
70 1.35 रुपए
75 2.80 रुपए
----




छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2013
भाजपा
कॉंग्रेस

सीट भाव
38 14 पैसे
42 35 पैसे
46 1.00 रुपए
50 2.00 रुपए
सीट भाव
30 22 पैसे
32 38 पैसे
35 90 पैसे
40 3.25 रुपए




मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2013
भाजपा
कॉंग्रेस

सीट भाव
130 20 पैसे
135 45 पैसे
140 1.35 रुपए
145 2.80 रुपए
150 4.00 रुपए
सीट भाव
60 22 पैसे
65 56 पैसे
70 1.10 रुपए
75 2.25 रुपए
----



Comments