विवेक
अग्रवाल
मुंबई,
13 अप्रैल 2015
आज रात को अचानक मुंबई
का माहौल तब तंग हो गया, जब पश्चिमी उपनगर मीरा रोड में एक बीयर बार के बाहर एसटी
गिरोह के एक पुराने प्यादे आनंद प्रधान उर्फ बंटी प्रधान को दो अज्ञात गुंडों ने
गोली मार दी। बंटी की मौके पर ही मौत हो गई।
मृत आनंद प्रधान उर्फ बंटी |
प्रत्यक्षदर्शियों के
मुताबिक बंटी प्रधान अपने तीन साथियों को लेकर पुष्पक बार में बैठा खाना खा रहा
था। वह जब खाना खार रात लगभग 10 बजे बार से बाहर आया, तभी उसके पास दो लोग आए।
उनमें से एक ने बंटी के माथे पर दोनों आंखों के बीच में रख कर पिस्तौल से गोली चला
दी। बंटी के माथे पर सुराख हो गया। वह मौके पर ही तुरंत मारा गया।
बंटी की हत्या
करके भी दोनों हत्यारे बाज नहीं आए। उन्होंने बंटी के साथ बाहर आए उसके साथी सचिन
मनोहर पर भी गोलियां दाग दीं।
पुलिस अधिकारियों के
मुताबिक बंटी प्रधान असल में गिरोह सरगना सुभाष सिंह ठाकुर गिरोह का गुर्गा है।
वह
कुछ समय से मानवाधिकार संस्था के नाम पर लोगों को सता कर रकम वसूलने का धंधा करता
था। उसके खिलाफ कनकिया पुलिस थाने में भी एक बडा मामला बनने जा रहा था जो किसी
अज्ञात कारण से अचानक ही बंद हो गया था।
पता चला है कि वहां पर
कुल चार गोलियां चली थीं। बंटी पांडे और सचिन को तुरंत मौके से पास के एक अस्पताल
ले गए जहां बंटी को पहुंचने के पहले ही मृत घोषित कर दिया। उसका शव मीरा रोड
पश्चिम स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए ले गए हैं।
बंटी प्रधान हत्या स्थल पर तफ्तीश करते पुलिसकर्मी |
सचिन मनोहर को एक गोली
लगी है तथा उसे सेवन इलेवन अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
एक गोली पास ही खड़ी एक
कार का कांच फोड़ते हुए पिछली सीट पर जा धंसी है। उस कार में सवार व्यक्ती के पास
से यह गोली निकली थी। वह बाल-बाल बच गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने
बताया कि बाईक पर सवार दो युवक वहां पहले से बंटी के बाहर ऩे का इंतजार कर हरहे
थे। यह बात और है कि वे पैदल ही होटल तक पहुंचे थे। सड़क के दूसरे छोर पर उन्होंने
अपनी बाईक खड़ी की थी।
सूत्रों का कहना है कि
इस मामले में छोटा शकील गिरोह का हाथ हो सकता है। यह भी बेहद दिलचस्प बात है कि
मौके पर लगभग डेढ़ गंटे में ही छोटा राजन गिरोह के कुछ लोग भी आ पहुंचे। उनसे
पुलिस अधिकारियों ने इस गोलीबारी की वारदात के बारे में अधिक जानकारियां हासिल
करने की कोशिश की।
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