मुंबई की फिल्मसिटी में गिरोह युद्ध का साया : शिवसेना चित्रपट शाखा के अधिकारी राजू शिंदे पर गोलीबारी


विशेष संवादताता
मुंबई, 22 मई 2015।

महानगर का शांत माहौल अचानक तब बौखलाहट और हंगामे से भर गया, जब शिवसेना चित्रपट शाखा के महासचिव श्रीकांत शिंदे उर्फ राजू शिंदे (45) पर दो अज्ञात हमलावरों ने दोपहर हमला किया और फरार होने की कोशिश में एक पकड़ा गया, दूसरा फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस ने इस मामले में जांच के लिए कई दस्ते बनाए हैं। कई लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है। राजू शिंदे की हालत गंभीर बताई जाती है। उसका इलाज मुंबई के उपनगर विलेपार्ले स्थित नानावटी अस्पताल में जारी है।

हमले में घायल राजू शिंदे
मुंबई के सबसे शांत और हरियाली भरे पहाड़ी इलाके में कई सौ एकड़ में विस्तारित फिल्म सिटी में हाथी गेट के करीब आज माहौल में चानक बारूद की गंध भर गई और पिस्तौल की गोलियों की तड़तड़हाट से पूरा इलाका गूंजने लगा। दो युवक एक पल्सर बाईक पर स्थानीय सेट ठेकेदार और शिवसेना की चित्रपट शाखा के अधिकारी राजू शिंदे को गोलियों से छलनी कर भाग निकले। उन्होंने राजू पर तीन गोलियां दागीं। राजू के पेट में दो और हाथ में एक गोली लगी। राजू शिंदे तब एक पेड़ के नीचे कुर्सी पर बैठा था।

गोली की आवाज सुन कर वहां हड़कंप मच गया। मौके से हथियार दिखा कर भाग रहे हमलावरों को राजू के साथियों ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन उनमें से एक तो भाग निकला, दूसरा पकड़ा गया। यह कहा जा रहा है कि मौके पर एक और व्यक्ति था, जो कि अपनी पल्सर बाईक झोड़ कर भागने लगा था, जिसे पकड़ कर लोगों ने पुलिस के हवाले किया है। पुलिस इस बारे में फिलहाल खामोश है कि वहां असल में कितने हमलावर पहुंचे थे। वे यह जरूर कह रहे हैं कि एक हमलावर उनकी पकड़ में आया है।

पुलिस ने इस हमले की पुष्टी की है। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक एक हमलावर को भागने के दौरान कुछ लोगों  ने पकड़ लिया है। वह फिलहाल पुलिस की हिरासत में है। उससे गहन पूछताछ की जा रही है। यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें हमला करने के लिए सुपारी देने वाले कौन लोग थे और उनका राजू की हत्या करवाने के लिए सुपारी देने के पीछे मकसद क्या था।

राजू शिंदे हमला कांड का घटनास्थल

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त फतेह सिंह पाटिल के मुताबिक करीब 2 बजे गोलीबारी के बाद हमलावर बाहर इंतजार करते एक बाइक सवार के साथ भागने लगा। एक गार्ड ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वो बाइक छोड़कर जंगल में भाग गए।

यह हादसा लगभग 2 बजे दोपहर में हुआ। तब वह कालिया मैदान कंपाऊंड स्थित ट्रिनीटी इमारत के बाहर कुछ लोगों के साथ बैठा था। गोली लगते हुए राजू को पहले तो मालाड स्थित लाईफलाईन अस्पताल भेजा लेकिन उसकी स्थिति गंभीर होने के कारण नानावटी अस्पताल में भेज गया। वहां उसका इलाज जारी था। खबर लिखे जाने तक उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी।

जब इस बारे में राजू शिंदे के बहद करीबी रिश्तेदारों से जानकारी हासिल करने की कोशिश इस संवाददाता ने की तो पता चला कि उन तक लगभग 3 बजे तक यह खबर नहीं पहुंची थी कि राजू पर हमला हुआ है। लगभग 4 बजे तक राजू के परिजनों को, जो कि फिलहाल महाराष्ट्र के पैतृक गांव में हैं, जानकारी मिल पाई थी।

जब इस हमले की जानकारी पुलिस को मिली तो तुरंत वरिष्ठ अधिकारी भी मौके के लिए रवाना हो गए। अपराध शाखा का भी एक दस्ता तुरंत वहां पहुंचा। आरे पुलिस और अपराध शाखा के अधिकारियों ने मिल कर घटना स्थल से सुराग उठाने की कसरत पूरी कर ली है। हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए पूरी मुंबई में पुलिस ने नाकाबंदी भी की। आरटीओ के जरिए इस मोटरसाईकिल के मालिक का पता किया जा रहा है।

श्री पाटिल ने यह भी कहा कि हम यह पता भी कर रहे हैं कि राजू शिंदे को क्या पहले भी कभी किसी किस्म की धमकी किसी व्यक्ति या गिरोह से मिली थी। हमले के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है। श्री पाटिल ने कहा कि हमलावरों ने हेलमेट ने पहना हुआ था। इसके कारण उसका चेहरा कोई नहीं देख पाया है।

राजू शिंदे हमला कांड का घटनास्थल

सुरक्षा ठेकों पर मचा है घमासान
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राजू शिंदे का दबाव फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों पर रहता है कि उसी के सुरक्षा रक्षक का इस्तेमाल सेट पर करें। जो फिल्म निर्माता और निर्देशक उसकी बात नहीं मानते हैं, उन पर वह इतना दबाव डालता है और इस तरह से परेशानियां खड़ी करता है कि उसकी जिद के सामने झुकने के अलावा किसी के पास और कोई चारा ही नहीं रह जाता है। उसके खिलाफ सुरक्षा रक्षक लेने का दबाव बनाने संबंधी कई शिकायतें पुलिस को समय-समय पर मिलती रही हैं। पिछले कुछ दिनों से राजू शिंदे का कुछ और सुरक्षा एजंसी चलाने वालों से विवाद भी गहरा गया था। पुलिस अधिकारी इस कोण से भी मामले की जांच कर रहे हैं कि कहीं इस विवाद और शत्रुता के चलते तो राजू शिंदे पर हमला नहीं हुआ है।

माफिया संबंधों के चलते हमले का शक
पुलिस अधिकारी यह भी कहते हैं कि राजू शिंदे का पुराना आपराधिक इतिहास है। वह कतिपय गिरोहबाजों से भी रिश्ते रखने के मामले में जाना जाता है। उसके छोटा राजन से संबंधों को लेकर भी कई बार सूचनाएं मिली हैं। इस दिशा से भी हमले में जांच की जा रही है। यह देखा जा रहा है कि कहीं हमला के पीछे यह भी तो कारण नहीं है। पुलिस को शक है कि गोलीबारी का ये मामला आपसी रंजिश की वजह से भी हो सकता है।

शिवसेना में मधुर संबंध
राजू शिंदे के न केवल शिवसेना के वरिष्ठ और कद्दावर नेताओं के साथ अच्छे संबंध बताए जाते हैं, स्थानीय नगरसेवकों, विधायकों, सांसदों के साथ भी वह मधुर संबंध रखता है। यह पता चला है कि समय समय पर ये जनप्रतिनिधि राजू की मदद करते रहे हैं।

आरे कॉलोनी में अवैध कब्जे
राजू शिंदे ने आरे कॉलोनी में एक पहाड़ी इलाके के शिखर पर अपना आशियाना बना रखा है। वहां पर अवैध रूप से कब्जा करके पूरी की पूरी झोपड़पट्टी ही बन गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस झोपड़पट्टी को राजू का वरदहस्त हासिल है। उसकी मर्जी के बिना वहां कोई भी नया झोपड़ा तक नहीं बना सकता है। इस स्थान के झोंपड़ों को तोड़ने के लिए आज तक आरे प्रबंधन कुछ नहीं कर पाया है। इस इलाके में उसके साथियों का बड़ा हिस्सा साथ ही रहता है।

राजू शिंदे हमला कांड का घटनास्थल

राजू का जीवन
राजू एक पुलिस अधिकारी का भाई था। इस पुलिस अधिकारी का बीमारी के कारण कुछ बरसों पहले देहावसान हो चुका है। राजू के करीबी परिजन, पत्नी व बच्चे भी, आरे कॉलोनी वाले घर में ही रहते हैं। उसके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।

राजू फिल्मसिटी में लंबे अर्से से सुरक्षा कंपनी चला रहा है। इसके अलावा उसका बहुत बड़ा कारोबार सेट बनाने और तोड़ने का ठेका लेना रहा है। वह सेट के लिए जितनी लकड़ी की शहतीरें और तख्ते लगते हैं, वह भी मुहैय्या कराता है। उसके अवैध गोदाम आरे कॉलोनी में बने हुए हैं।

राजू के पास आरे कॉलोनी का टोल नाके की रकम संग्रहण का ठेका बरसों तक रहा है।

यह कहा जाता है कि आरे कॉलोनी से गोरेगांव पूर्व में रेलवे स्टेशन तक आने-जाने वाली निजी बसों का बेड़ा भी उसी के आशीर्वाद से चलता है। इस अवैध कारोबार में लाखों रुपए की आय नीजी बस ऑपरेटरों को होती है। राजू ने आरे कॉलोनी में सांई बाबा मंदिर की स्थापना की है।

राजू के बारे में कुछ सूत्रों का कहना है कि वह मुंबई में एक वक्त में खोमचे पर कुछ सामान बेचटा करता था। बहुत जल्दी उसने तरक्की की है। आदर्श नगर में उसका केबल कारोबार है। पता चला है कि अब उसने इमारत निर्माण कारोबार में भी हाथ डाला है। वह स्थानीय केबल ऑपेरेटर भी है।

राजू पर कुछ आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। कुछ ही दिनों पहले उसे ठाणे सत्र अदालत ने एक मामले में सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था।

अमिताभ बच्चन की शूटिंग के पास शूटिंग

महानायक अमिताभ बच्चन आज फिल्मसिटी में ठीक उसी स्थान के करीब एक सेट पर शूटिंग कर रहे थे, जहां पर राजू शिंदे पर गोलीबारी हुई। अमिताभ बच्चन यहां 'द 1873' की शूटिंग कर रहे हैं।

इस दौरान अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करके गोलीबारी की घटना के बारे में दुनिया को बताया। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने दूसरा ट्वीट करके यह सूचना दी कि हमले में व्यक्ति घाटल हुआ है। वह अस्पताल में भती है। पुलिस हमलावरों को तलाश रही है।

अमिताभ बच्चन का पहला ट्वीट ये था, "T 1873 - द 1973 – ओके!! फ़िल्म सिटी में शूटिंग... और हमसे 20 फ़ुट दूर गैंगवार गोलीबारी...!! एक मरा... चारों तरफ पुलिस.." – अमिताभ बच्चन (@SrBachchan) मई 22, 2015

कुछ देर बाद ही अमिताभ बच्चन ने दूसरा ट्वीट किया जो कुछ इस तरह था, "T 1873 - सुधार: फिल्म सिटी में जहां मैं शूटिंग कर रहा हूं, वहां हुई गोलीबारी में घायल व्यक्ति की मौत नहीं हुई है, उसे अस्पताल ले गए हैं। – अमिताभ बच्चन (@SrBachchan) मई 22, 2015

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