- मुंबई मानसून पर होगा सट्टा
- छह बुकियों ने की मुंबई में बैठक
- खोला पांच हजार करोड़ का सट्टा
- ईडी और डीआरआई रह गए ताकते
मुंबई, 27 मई 2015
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सिर्फ क्रिकेट और घुड़दौड़ का ही सट्टा नहीं होता है बल्कि मानसून या बारिश का भी सट्टा जोरों पर होता है। इस बार मानसून के सट्टे की बड़ी बात यह रही कि एक तरफ आईपीएल सट्टेबाजी को लेकर प्रवर्तन निदशालय (ईडी) की छापेमारी मुंबई व ठाणे में एक ओर चल रही थी, वहीं दूसरी ओर देश भर के पांच शहरों के छह बड़े बुकि सपरिवार मुबंई आए, पंचतारा होटलों में रुके, उनकी गोपनीय बैठक हुई, उसमें मुंबई की बारिश पर भाव तय हुए, वे तमाम भाव सटोरियों और पंटरों के बीच खोल कर मुंबई से गायब भी हो गए, और इसकी भनक किसी को नहीं लगी। इस बार बारिश का सट्टा कुल 5,000 करोड़ रुपए तक जा सकता है।
एक बुकि के मुताबिक बारिश जुलाई और अगस्त माह में अधिक होती है। यदि बारिश अधिक हुई तो भाव कम होता जाएगा और बारिश कम होने पर भाव बढ़ते जाएंगे।
Mumbai Monsoon Panorama: Image Courtesy Krishnan Photography
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पहला भाव खुला
सूत्रों के मुताबिक 1 जून से 30 सितंबर तक बारिश का मौसम सट्टे के संसार में भी माना जाता है। इसी हिसाब से सट्टे का भी हर महीने के लिए भाव खोला जाता है। बता दें कि जो भाव फिलहाल कुले हैं, वे पूरे चार महीनों के लिए 1,600 मिलीमीटर बारिश होने पर 27 पैसे का है। इसका मतबल यह हुआ कि यदि पूरे मौसम में कुल 1,600 या उससे अधिक बारिश हो जाती है तो पंटर को सौ रुपए के दांव पर 27 पैसे के हिसाब से 27 रुपए का फायदा होगा। यदि वह हार जाता है याने कि बारिश इस तय सीमा से कम होती है तो उसका दांव पर लगाया सौ रुपया बुकि के खजाने का हिस्सा बन जाएगा।
मुंबई के बाहर के बुकी
मानसून का सट्टा करने वाले अधिक बुकि नहीं हैं। इनकी संख्या कुल 10 से 12 ही है। इनमें से कोई बुकि मुंबई का भी नहीं है। ये सबी देश के विभिन्न राज्यों के अलग-अलग शहरों में रहते हैं। ये बुकि जयपुर, कोलकाता, दिल्ली, गौहाटी, इंदौर और भोपाल में मुख्यालय बनाते हैं। वहीं से पूरा कारोबार करते हैं।
वॉट्सअप का इस्तेमाल
पता चला है कि अब बुकियों और पंटरों के बीच में वॉट्सअप का खुला इस्तेमाल हो रहा है। इस स्मार्टफोन एप्लीकेशन पर भाव न केवल खोले गए हैं बल्कि हर मिनट पर बदलने वाले भाव की जानकारी भी लगातार भेजी और ली जाती है।
हवाला और ऑनलाईन पेमेंट
ये बुकी न केवल कारोबार के लिए हवाला नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं बल्कि अब बैंकों में भी सीधे रकम जमा करवाने की व्यवस्था कर चुके हैं। ऑनलाईन रकम जमा करवाने और निकालने की व्यवस्था करने के कारण उनका कारोबार भी अधिक हो रहा है।
बारिश में फिक्सिंग नहीं
पता चला है कि बुकियों और सटोरियों के बीच मुंबई की बारिश का सट्टा बेहद लोकप्रिय है। उसका कारण यह है कि इस सट्टे में किसी किस्म की फिक्सिंग का कोई मौका किसी के लिए भी नहीं होता है। जितनी बारिश होती है, उसकी जानकारी भारतीय मौसम विभाग की वेबसाईट पर अधिकृत रुप से हर दिन पेश की जाती है। इसी आंकड़े के आधार पर वलण होता है।
कोलाबा और सांताक्रुज स्थित मौसम विभाग द्वारा हर सुबह और शाम को आंकड़े दिए जाते हैं। उनका हर महीने और पूरे मौसम का हिसाब देख कर हार-जीत तय की जाती है।
बुकि भी अपने-अपने ठिकानों पर बैठे मौसम विभाग की वेबसाईट पर लगातार बारिश संबंधी आंकड़े देखते रहते हैं।
बुकियों के बंदे मुंबई में
यह भी सूचना मिली है कि जितने बड़े बुकि हैं, उनके कुछ लोग मुंबई में इस दौरान सदा बने रहते हैं। वे कुछ इलाकों में हर वक्त कारों में घूमते रहते हैं। जैसे ही किसी इलाके में बारिश शुरू होने की सूचना बुकियों के पास पहुंचती है, सौदे बंद हो जाते हैं।
पुलिस और जांच एजंसियों से बचने के लिए एक महीने के बाद नए आदमी मुंबई आ जाते हैं पुराने वापस अपने-अपने शहर लौट जाते हैं। यही नहीं वे हर दो से चार दिन में रहने के लिए होटल भी बदलते रहते हैं। इसके कारण वे पुलिस या उनके मुखबिरों की निगाहों में आने से भी बचे रहते हैं।
वलण
वलण की व्यवस्था हमेशा की तरह ही इस बार भी बारिश खत्म होने के बाद के सोमवार को ही होगा। हर महीने का वलण अगले महीने के पहले सोमवार को होगा।
Indian Currency Notes: Image Courtesy: Indian Express |
बॉक्स
पूरे मौसम का भाव (जून से सितंबर तक)
1600 मिमी – 27 पैसे
1700 मिमी – 58 पैसे
1800 मिमी – 1.10 रुपए
1900 मिमी – 2 रुपए
2000 मिमी – 3 रुपए
जून
300 मिमी – 65 पैसे
400 मिमी – 1.10 रुपए
500 मिमी – 3.25 रुपए
जुलाई
400 मिमी – 28 पैसे
500 मिमी – 62 पैसे
600 मिमी – 1.35 रुपए
700 मिमी – 2.25 रुपए
अगस्त
400 मिमी – 27 पैसे
500 मिमी – 57 पैसे
600 मिमी – 1.30 रुपए
700 मिमी – 2.40 रुपए
सितंबर
200 मिमी – 47 पैसे
300 मिमी – 1.35 रुपए
400 मिमी – 3.50 रुपए
हिंदी दैनिक वृत्त मित्र व मराठी दैनिक मुंबई मित्र में प्रथम प्रकाशन (अंक 28 मई 2015)
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