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अवैध इमारतें तामीर करने में माहिर हैं
गिरफ्तार गुंडे
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छोटा शकील का नाम लेकर धमकाते हैं इलाके
में
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बिल्डर को गोदाम बेचा लेकिन वापसी हेतु
धमकाया
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चीनी कारोबारियों से ठगी के कारण है लंगड़ा
बदनाम
विवेक अग्रवाल
मुंबई, 27 मई 2016।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की हफ्तावसूली विरोधी
इकाई (एईसी) के अधिकारियों ने शिकायत मिलने पर शकील बाबू मिंया शेख उर्फ छोटा शकील
के लिए पूरा कामकाज संभालने वाले सलीम फ्रूट के खास साथी यासीन लंगड़ा समेत तीन
गुंडों को 27 मई 2016 को गिरफ्तार किया। लंगड़ा भी छोटा शकील से सीधे संपर्क में
रहता है। वह अवैध इमारतें बनाने के अलावा चीन के कारोबारियों को धोखा देकर मोटी
रकम के वारे-न्यारे करता है। वह लोगों को धमका कर हफ्तावसूली भी करता है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डी-कंपनी के इन गुंडों ने एक नया तरीका कमाई का निकाल लिया था। वे पहले तो लोगों को संपत्ति बेचते हैं, उसके बाद कब्जा नहीं देते हैं। अपराध शाखा के पास एक बिल्डर ने शिकायत दर्र्ज करवाई थी कि छोटा शकील गिरोह के तीन सदस्यों फैजल जुनेजा, हनीफ इस्माईल शेख उर्फ हनीफ एमडी और अहमद लंगडा उसे न केवल गोदाम का कब्जा नहीं दे रहे हैं। ये सभी डोंगरी और जेजे मार्ग के रहे वाले हैं।
वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर विनायक वस्त के मुताबिक तीनों आरोपियों
ने कुछ महीनों पहले दक्षिण मुंबई के एक बिल्डर को फरवरी 2014 में मसजिद बंदर में सवा करोड़ रुपए में एक अवैध
इमारत में बनाया गोदाम बेचा था। यह गोदाम फैजल की बहन के नाम पर था।
शकील के नाम पर धमकी
इस सौदे की पूरी रकम वह बिल्डर फैजल और हनीफ को दे चुका था।
सौदे के लगभग एक महीने बाद बिल्डर ने फैसल को गोदाम खाली करके उसे सौंपने के लिए
कहा तो आरोपियों ने बहानेबाजी शुरू कर दी। बिल्डर ने फैजल के घर जाकर उसके पिता से
शिकायत की तो उन्होंने कहा कि छोटा शकील ने गोदाम का ताबा देने से मना किया है।
फैसल के पिता ने कहा कि शकील भाई इस बारे में बिड्लर को फोन करके सारी बात कर
देगा। उसने जब अपनी रकम वापस मांगी तो उसे धमकियां दी जाने लगीं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 3 मई 2016 को बिल्डर के पास रोमानिया व बेल्जियम से
कई फोन आए। बिल्डर को लगा कि ये फोन जरूर शकील ही कर रहा होगा, उसके चलते डर कर उसने
कोई फोन नहीं उठाया।
हुए गिरफ्तार
इस गिरफ्तारी के दो दिन पहले बिल्डर के अशोका शॉपिंग सेंटर स्थित
दफ्तर में फैजल, हनीफ और अहमद लंगडा गए।
उन्होंने बिल्डर से कहा कि गोदाम को भूल जाए। जो रकम उसने दी है, वह भी भूल जाए। अगर
वो कुछ गड़बड़ी करेगा तो उसे देख लेंगे। बिल्डर ने मामले की शिकायत आजाद नगर थाने
में दर्ज करवाई तो जांच व पूछताछ के बाद तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए। पुलिस
अधिकारियों का दावा है कि तीनों आरोपियों ने पूछताछ में अपनी करतूतों के बारे में
स्वीकारोक्ती कर ली है।
पहले भी हुआ था लंगड़ा गिरफ्तार
अहमद लंगड़ा की गिरफ्तारी पहले भी हो चुकी है। तब तो
कांग्रेस के विधायक बाबा सिद्दिकी को धमकियां मिली थीं कि उसकी फिल्म बनवा की
जाएगी, ‘एक था एमएलए’। यह मामला जुलाई 2013 का है। पुलिस ने दावा किया
था कि दाऊद इब्राहिम ने बाबा सिद्दिकी को खुद धमकियां दी थीं। उसने कहा था कि
रामगोपाल वर्मा से बोल कर उसकी फिल्म बनवा देगा, ‘एक था एमएलए।’ धमकी मिलने पर विधायक के होश फाख्ता हो गए। वे सीधे
मुख्यमंत्री के जरबार में पहुंचे और सुरक्षा देने की गिहार लगाई।
जांच में पता चला
कि एक भूखंड के सिलसिले में बाबा सिद्दिकी और अहमद लंगड़ा में खटपट चल रही थी। इसके
कारण छोटा शकील ने सिद्दिकी को धमकियां दीं। धमकी की शिकायत दर्ज होने पर पुलिस ने
अहमद लंगड़ा को मोका में गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी से नाराज दाऊद ने विधायक को फोन
करके धमका डाला। तत्कालीन एसीपी अंबादास पोटे ने इस खबर की पुष्टि की थी।
अहमद लंगड़ा के कारनामे
अहमद लंगड़ा के बारे में सूत्रों का कहना है कि वह न केवल छोटा
शकील का बेहद करीबी है बल्कि सलीम फ्रूट के साथ मिल कर मुंबई में सारा कामकाज भी
संभाल रहा है। ये लोग न केवल अवैध इमारतें तामीर करने के कारोबार में हैं बल्कि कई
किस्म की तस्करी भी करते हैं। वे एक तरफ जहां सोना-चांदी की विदेशों से भारत के
लिए तस्करी में लिप्त हैं, दूसरी तरफ मुंबई से कई किस्म की दवाओं और कामवर्धक दवा
वियाग्रा की तस्करी भी खाड़ी देशों व थाईलैंड के लिए कर रहे हैं।
हनीफ एमडी
हनीफ इस्माईल शेख को हनीफ एमडी नाम इसलिए मिला है क्योंकि वह पहले एमडी नामक
एक शॉपिंग कॉंप्लेक्स में बैठता था। इस एमडी नामक शॉपिंग कॉंप्लेक्स की दुकानों की
खरीद-बिक्री में उसने कुछ घपले भी किए बताते हैं। इसी शॉपिंग कॉंप्लेक्स के कारण
उसके नाम के साथ एमडी शब्द भी जुड़ गया था।
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