गणतंत्र 23'

गणतंत्र 23'

हिंसक होता भीडतंत्र
पिछलग्गू बनता भेड़तंत्र
डर भरता भयतंत्र
मन मारता भीरूतंत्र
पीछा करता ट्रोलतंत्र
गरीब को लूटता धनतंत्र
शरीफ को मारता गुंडातंत्र
बेटियां मारता बलाततंत्र
सच दबाता झूठतंत्र
देश पर भारी पड़ता धर्मतंत्र
जन को खोता जातितंत्र
सुचिता पर हावी गालीतंत्र
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गुम हो गया मेरा गणतंत्र,
जल गया मेरा जनतंत्र,
लुट गया मेरा लोकतंत्र,
खोजें इसे बचाने का मंत्र।

- विवेक अग्रवाल

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