हे गणराया
.......
हे लंबकर्ण,
अब आए हो तो इतना काम करो,
अबलाओं का करुण रुदन श्रवण करो।
हे एकदंत
अब आए हो तो इतना काम करो,
दंत आयुध से सतीत्वहर्ताओं का मर्दन करो।
हे कमलधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
दुखियारियों को विपत्तियों से पार करो।
हे तबरधारी(1),
अब आए हो तो इतना काम करो,
धर्म आततायियों का हरण करो।
हे देवांतकनाशकारी
अब आए हो तो इतना काम करो,
अनाचारियों का विनाश करो।
हे धूम्रकेतु,
अब आए हो तो इतना काम करो,
कुकर्मियों का संहार करो।
हे अंकुशधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
नियंत्रण जरा अत्याचारियों पर करो।
हे पाशधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
बंधन जरा दुष्कर्मियों पर धरो।
हे विघ्नेश्वर,
अब आए हो तो इतना काम करो,
समस्त संसार से बाधाएं हरो।
- विवेक अग्रवाल
गणेशोत्सव 2024
(1>कुल्हाड़ी-धारी)
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हे लंबकर्ण,
अब आए हो तो इतना काम करो,
अबलाओं का करुण रुदन श्रवण करो।
हे एकदंत
अब आए हो तो इतना काम करो,
दंत आयुध से सतीत्वहर्ताओं का मर्दन करो।
हे कमलधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
दुखियारियों को विपत्तियों से पार करो।
हे तबरधारी(1),
अब आए हो तो इतना काम करो,
धर्म आततायियों का हरण करो।
हे देवांतकनाशकारी
अब आए हो तो इतना काम करो,
अनाचारियों का विनाश करो।
हे धूम्रकेतु,
अब आए हो तो इतना काम करो,
कुकर्मियों का संहार करो।
हे अंकुशधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
नियंत्रण जरा अत्याचारियों पर करो।
हे पाशधारी,
अब आए हो तो इतना काम करो,
बंधन जरा दुष्कर्मियों पर धरो।
हे विघ्नेश्वर,
अब आए हो तो इतना काम करो,
समस्त संसार से बाधाएं हरो।
- विवेक अग्रवाल
गणेशोत्सव 2024
(1>कुल्हाड़ी-धारी)
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